शब्द का अर्थ
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धेय :
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विं० [सं०√धा (धारण)+यत्, ईत्व] १. जो धारण किये जाने के योग्य हो। जिसे धारण कर सकें। धार्य। २. जो पीया जा सके। पेय। ३. जिसका पालन-पोषण किया जा सके या किया जाने को हो। पाल्य। प्रत्य० एक प्रत्यय जो संज्ञाओं के अन्त में लगकर अधिकारी, पात्र, वाला आदि का अर्थ देता है। जैसे—नामधेय, भागधेय। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धेयना :
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अ०=ध्यान करना।b |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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